एक नई रिपोर्ट के अनुसार, ऑस्ट्रेलिया अब भारतीय छात्रों के लिए सबसे पसंदीदा अंतरराष्ट्रीय स्टडी डेस्टिनेशन बन गया है. अंतरराष्ट्रीय शिक्षा प्रदाता IDP Education द्वारा मार्च 2025 में कराए गए Emerging Futures Seven – Voice of the International Student सर्वे के अनुसार, ऑस्ट्रेलिया ने अमेरिका को पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया है.
ऑस्ट्रेलिया की इस बढ़त का श्रेय उसकी मजबूत वैश्विक रैंकिंग और भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग एवं व्यापार समझौते (AI-ECTA) को दिया गया है, जिसने पोस्ट-स्टडी वर्क राइट्स को और आकर्षक बना दिया है. QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग्स 2025 में ऑस्ट्रेलिया की 15 यूनिवर्सिटीज टॉप 200 में शामिल हैं.
कनाडा की लोकप्रियता में भारी गिरावट
सर्वे में शामिल लगभग 6,000 वैश्विक छात्रों में से 1,400 भारतीय छात्र थे. इनमें से 28% भारतीय छात्रों ने ऑस्ट्रेलिया को अपनी पहली पसंद बताया, जबकि अमेरिका 22% के साथ दूसरे और यूके 21% के साथ तीसरे स्थान पर रहा. कनाडा की लोकप्रियता में भारी गिरावट आई है, जो पिछले वर्ष के 19% से घटकर अब मात्र 13% रह गई है.
हालांकि अमेरिका अभी भी उच्च शिक्षा की गुणवत्ता, करियर अवसरों और वीजा नीतियों के चलते मजबूत विकल्प बना हुआ है, लेकिन भारतीय छात्र अब पढाई के खर्च और वित्तीय मदद जैसे कारकों को प्राथमिकता दे रहे हैं.
छात्रों ने खर्च को सबसे बड़ी चिंता बताया
सर्वे में 66% छात्रों ने खर्च को सबसे बड़ी चिंता बताया, जबकि 47% ने वीज़ा चुनौतियों, 43% ने हाउसिंग खर्च और 39% ने पार्ट-टाइम नौकरी के साथ पढ़ाई को चुनौतीपूर्ण माना. इसके अलावा, 55% छात्रों ने कहा कि स्कॉलरशिप उपलब्धता से वे अपना डेस्टिनेशन बदल सकते हैं, जबकि 54% ने पार्ट-टाइम वर्क के विकल्प को अहम माना.रिपोर्ट के अनुसार, 77% भारतीय छात्र विदेश में पढ़ाई का मुख्य उद्देश्य बेहतर करियर और आय की संभावनाएं मानते हैं.इन रुझानों के बीच, ऑस्ट्रेलिया की स्टूडेंट-फ्रेंडली नीतियां और शैक्षणिक प्रतिष्ठा उसे भारतीय छात्रों के लिए नई पसंदीदा मंज़िल बना रही हैं.