गाजा में भूख और मानवीय संकट को लेकर इजरायली विदेश मंत्रालय ने एक तस्वीर शेयर की है और दावा किया है कि बंधक की है, जिसे कोई हमास फाइटर एक कैन ऑफर कर रहा है. इजरायली मंत्रालय का इस तस्वीर को शेयर करने का मकसद कथित हमास फाइटर का हाथ और बंधक की कंकाल जैसी बनी बॉडी दिखाने की है. मंत्रालय ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा है, “ये है गाजा की असली भुखमरी – एक ही तस्वीर में कैद.” यह तस्वीर ऐसे समय में शेयर की गई है जब गाजा में 111 फिलिस्तीनियों की भूख से जान जा चुकी है, और दर्जनों बच्चों की मौत हो गई है.
इजरायल के विदेश मंत्रालय ने एक्स पर अपने पोस्ट में दावा किया, “Evyatar David की बाजू को देखिए – एक इजरायली बंधक जो भूख से लगभग ढह चुका है. अब उसके फिलिस्तीनी हमास कैप्टर की बाजू देखिए – मजबूत, भली-भांति खाया-पिया, एक कैन ऑफर करते हुए दिख रहा है. तो असली भूखा कौन है?”
एक अन्य पोस्ट में मंत्रालय ने लिखा, “Evyatar David, जिसे हमास ने अगवा किया, वो चलता-फिरता कंकाल लग रहा है. वहीं पास में ही हमास और Palestinian Islamic Jihad के आतंकवादी दावत उड़ा रहे हैं. ये है गाजा की असली भुखमरी – एक ही तस्वीर में कैद.” इजरायली मंत्रालय ने यह भी लिखा, “कहां है दुनिया का गुस्सा? Evyatar और बाकी सभी बंधकों को तुरंत रिहा किया जाए और उन्हें मेडिकल केयर और सही भोजन दिया जाए.”
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस बीच बंधकों के परिवार के सदस्यों से बात की और कहा, “हमास की क्रूरता की कोई सीमा नहीं है. जहां इजरायल गाजा के निवासियों को मानवीय सहायता पहुंचाने की अनुमति दे रहा है, वहीं हमास के आतंकवादी जानबूझकर हमारे बंधकों को भूखा मार रहे हैं और उन्हें निंदनीय और दुष्ट तरीके से रिकॉर्ड कर रहे हैं.”
रिपोर्ट्स में गाजा की जमीनी हकीकत अलग!
रॉयटर्स की 24 जुलाई की रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल से जुलाई के मध्य तक 20,000 से ज्यादा बच्चों को गंभीर कुपोषण की स्थिति में अस्पताल में भर्ती किया गया. रिपोर्ट में Integrated Food Security Phase Classification (IPC) के मुताबिक कहा गया है कि गाजा में यह मानव निर्मित सामूहिक भुखमरी चल रही है, जो वहां पर लगाए गए प्रतिबंधों की वजह से हुआ है.
World Health Organization (WHO) के चीफ Tedros Adhanom Ghebreyesus का कहना है कि गाजा में भूख कोई प्राकृतिक आपदा नहीं, बल्कि इंसानी कार्रवाई का नतीजा है. WHO की रिपोर्ट बताती है कि अब तक 111 लोग भूख से मर चुके हैं, जिनमें से अधिकतर मौतें हाल के हफ्तों में हुई हैं. इनमें कम से कम 21 बच्चों की मौत की पुष्टि WHO ने की है, लेकिन माना जा रहा है कि यह संख्या बहुत कम करके आंकी गई है.
राहत की कोशिशें और चुनौतियां
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, गाजा की 2.1 मिलियन आबादी को भूख से बचाने के लिए हर दिन 500-600 ट्रकों की जरूरत है, जिनमें खाना, साफ पानी और मेडिकल सप्लाई होनी चाहिए. 27 जुलाई को इजरायल ने ऐलान किया कि वह गाजा के कुछ हिस्सों में हर दिन 10 घंटे के लिए मिलिट्री ऑपरेशन को रोकेगा और सुबह 6 बजे से से रात 11 बजे के बीच सुरक्षित रूट्स से खाना और दवाई की सप्लाई की जाएगी. संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक, 29 जुलाई तक कमोबेश 100 एड्स ट्रक गाजा पहुंचे हैं.
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गाजा में खाने की भारी किल्लत की वजह इजराल द्वारा लगाए गए प्रतिबंध हैं. अक्टूबर 2023 से हमास के साथ चल रहे युद्ध के दौरान इजरायल ने मार्च 2025 में गाजा की सभी सप्लाई पूरी तरह बंद कर दी थी, जिससे वहां के फूड स्टॉक्स पूरी तरह खत्म हो गए. मई में ब्लॉकेड आंशिक रूप से हटाया गया, लेकिन इजरायल ने उस पर कड़े प्रतिबंध लगाए रखा और कहा, ताकि कोई भी सहायता सामग्री चरमपंथी समूहों तक न पहुंचे.
WHO के चीफ टेड्रोस ने बताया कि मार्च से मई तक लगभग 80 दिनों तक UN और उसके सहयोगियों द्वारा कोई भी खाने का सामान गाज़ा में नहीं पहुंचाया जा सका. उन्होंने यह भी कहा कि मई में रिलिफ डिलीवरी दोबारा शुरू हुई है, लेकिन यह अब भी जरूरतों के हिसाब से नाकाफी है.
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