भारत-पाकिस्तान के बीच चार दिन तक चली सैन्य झड़प के बाद शनिवार को हुई समझौते की घोषणा के बावजूद रविवार रात को राजस्थान के जैसलमेर, बाड़मेर और अन्य सीमावर्ती इलाकों में फिर से ब्लैकआउट लागू किया गया. सुरक्षा एजेंसियों ने एहतियात के तौर पर यह कदम उठाया क्योंकि पाकिस्तान द्वारा समझौते का उल्लंघन करते हुए फिर से ड्रोन गतिविधियों की खबरें आईं.
बाड़मेर में रात 8 बजे और जैसलमेर में 7:30 बजे बिजली काट दी गई. बाड़मेर में कुछ लोगों ने आसमान में लाल रोशनी देखी जो ड्रोन की हो सकती है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
स्थानीय लोगों के अनुसार, ड्रोन की गतिविधि पिछले दो रातों के मुकाबले कम रही, लेकिन आसमान में धमाकों की आवाज़ें सुनी गईं. सुरक्षा बल सतर्क हैं और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं.
विभिन्न स्थानों पर ड्रोन और मिसाइल का मलबा मिला
गुरुवार और शुक्रवार को जैसलमेर और बाड़मेर में पाकिस्तान की ओर से ड्रोन हमले हुए थे जिन्हें भारतीय रक्षा बलों ने हवा में ही मार गिराया. किसी तरह की जान-माल की हानि नहीं हुई. शनिवार को विभिन्न स्थानों पर ड्रोन और मिसाइल जैसे उपकरणों का मलबा मिला.
हालांकि शनिवार को हुए सैन्य समझौते के बाद लोगों को थोड़ी राहत मिली थी. बाजार खुले और सामान्य गतिविधियां शुरू हो गई थीं, लेकिन रविवार को फिर से ब्लैकआउट की घोषणा ने चिंता बढ़ा दी.
फतेहगढ़ के झिंझिन्याली गांव के निवासी तरेंद्र सिंह ने बताया कि ‘रात 9 बजे के बाद फिर से ड्रोन दिखाई दिए और धमाकों की आवाज़ आई. हालांकि पिछले दिनों के मुकाबले गतिविधि कम रही.’
बाड़मेर के बुरटिया गांव में रविवार को एक ड्रोन का मलबा मिला. अनूपगढ़ और गंगानगर से भी ड्रोन गतिविधियों की खबरें हैं. इस बीच, उत्तर पश्चिम रेलवे (NWR) ने सुरक्षा हालात बेहतर होने पर शनिवार को रद्द या आंशिक रूप से रद्द की गई 27 ट्रेनों में से 16 को पूरी तरह और 11 को आंशिक रूप से बहाल कर दिया.
जोधपुर में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने अधिकारियों के साथ बैठक कर स्थिति की समीक्षा की और सतर्कता बनाए रखने के निर्देश दिए.