उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में धर्मांतरण (Religious Conversion) को लेकर छांगुर बाबा के खिलाफ जिला प्रशासन का एक्शन जारी है. इसी कड़ी में प्रशासन ने छांगुर बाबा के भतीजे सबरोज के अवैध मकान पर आज बुलडोजर (Bulldozer Action) चला दिया गया. सबरोज को बीते रविवार को यूपी एटीएस (UP ATS) ने गिरफ्तार किया था.
प्रशासनिक टीम गैंडासबुजुर्ग थाना क्षेत्र के ग्राम रेहरामाफी स्थित सबरोज के मकान पर पहुंची. यह मकान ग्राम समाज की जमीन पर अतिक्रमण (Encroachment) कर बनाया गया था. जिला प्रशासन ने इस अवैध अतिक्रमण के खिलाफ पहले ही नोटिस जारी किया था, लेकिन अतिक्रमण नहीं हटाया गया, जिसके बाद आज बुलडोजर की कार्रवाई की गई.
सबरोज के घर पर बुलडोजर कार्रवाई के बारे में जानकारी देते हुएसीओ राघवेंद्र प्रताप ने कहा,”हमने पाया कि यह निर्माण अवैध है. भवन के अवैध हिस्सों को हटाने के लिए नोटिस जारी किए गए थे, लेकिन मालिक द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किए जाने के कारण, पुलिस और प्रशासन इसे ध्वस्त करने के लिए यहां पर आया है.”
पंचायत अधिकारियों पर भी एक्शन
वहीं बलरामपुर जिले में लगातार आ रही धर्मांतरण और लैंड जिहाद की शिकायतों के बाद प्रशासन ने एक बड़ा प्रशासनिक फेरबदल भी किया है. पंचायत प्रशासन को बेहतर तरीके से संचालित करने के लिए 14 ग्राम पंचायत अधिकारियों (Gram Panchayat Officials) का कार्यक्षेत्र बदल दिया गया है.
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जिन जगहों से सबसे ज्यादा शिकायतें मिल रही थीं, वहां के अधिकारियों को हटाया गया है. इसमें बलरामपुर के उतरौला के ग्राम पंचायत अधिकारी भी शामिल हैं, जिसे छांगुर बाबा का गढ़ माना जाता है. साथ ही, गैंडासबुजुर्ग जहां छांगुर बाबा का पैतृक घर है, वहां के प्रशासनिक अधिकारी को भी बदल दिया गया है. मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु गुप्ता ने ये सारे कार्यक्षेत्र बदलाव किए हैं.
मनोज कुमार गौतम को गैसड़ी से श्रीदत्तगंज भेजा गया है, जो वही जगह है जहां धर्मांतरण और लैंड जिहाद की शिकायतें लगातार पीड़ितों द्वारा बताई गई हैं. यह कार्रवाई योगी सरकार की अवैध कब्जों और धर्मांतरण पर जीरो-टॉलरेंस नीति का एक और उदाहरण मानी जा रही है.
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