गुजरात के अहमदाबाद के एयर इंडिया विमान हादसे में मरने वालों की संख्या 270 तक पहुंच गई है. लंदन जा रही बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान के क्रैश होने के बाद शुक्रवार से शनिवार रात 9 बजे तक 19 शवों की डीएनए प्रोफाइलिंग सफलतापूर्वक पूरी हो गई है. इसके साथ ही अबतक 11 परिवारों को शव सौंपे जा चुके हैं. डीएनए सैंपल मृतकों के परिवारों से मिलान कर पहचान की पुष्टि की गई है. राहत कमिश्नर आलोक कुमार पांडे और सिविल अस्पताल के अतिरिक्त अधीक्षक डॉ. रजनीश पटेल ने ये जानकारी दी है.
दोनों अधिकारियों ने बताया कि अस्पताल ने 11 शवों को उनके परिवारों को सौंप दिया है. बाकी शव तभी रिलीज किए जाएंगे, जब सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी हो जाएंगी. इससे पहले 8 शवों को परिजनों ने बिना डीएनए प्रोफाइलिंग के पहचान लिया था, क्योंकि ये शव सही हालत में थे. इस हादसे में विमान के 242 में से एक यात्री को छोड़ सभी की मौत हो गई. इसके अलावा क्रैश साइट पर 5 एमबीबीएस छात्रों सहित 29 लोग मारे गए थे. राज्य और केंद्र की एजेंसियों ने मिलकर काम किया है.
राहत आयुक्त आलोक पांडे ने बताया कि गुजरात के 33 जिलों में से 18 जिलों के मृतकों के परिवारों से संपर्क किया गया है. 230 टीमें गठित की गई हैं. शनिवार से मृतक के परिवारों को शव सौंपने का काम शुरू हो गया है. डीएनए सैंपल देने के लिए परिजन खुद आए या उनके प्रतिनिधि आए, सभी को आईडी साथ लाने के लिए कहा गया था. मृतक के परिवारों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए एएमसी ने मृतक प्रमाणपत्र तुरंत जारी कर दिए हैं.
उन्होंने आगे बताया कि मृतकों के हर परिवार के लिए एक-एक टीम बनाई गई है, जो शव को एम्बुलेंस में उनके घर तक पहुंचाएगी. 11 विदेशी परिवारों से संपर्क नहीं हो पाया था, लेकिन अब उनसे संपर्क हो गया है. वे कल दोपहर तक अहमदाबाद पहुंचेंगे. ब्रिटिश हाई कमीशन अहमदाबाद में सक्रिय है. सभी एजेंसियां उनके साथ संपर्क में हैं. वहीं, डॉ. रजनीश पटेल ने बताया कि एकमात्र जीवित बचे यात्री विश्वास कुमार जो बेहद भाग्यशाली हैं, अच्छी रिकवरी कर रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा कि कई शवों की डीएनए प्रोफाइलिंग पूरी हो चुकी है. एक शव प्लेन के टेल से बरामद हुआ है. दो घायलों का इलाज आईसीयू में जारी है. इस बीच फोरेंसिक टीमें और एविएशन विशेषज्ञ मलबे की जांच में जुटे हैं, जबकि केंद्र ने हाई लेवल मल्टी-डिसिप्लिनरी पैनल का गठन किया है. उसकी अगुआई यूनियन होम सेक्रेटरी करेंगे. गुजरात सरकार ने शवों सौंपने के लिए डॉक्टरों, सहायकों और ड्राइवरों की 591 लोगों की टीम के साथ 192 एम्बुलेंस की व्यवस्था की है.
अहमदाबाद जिला प्रशासन ने 230 कर्मचारियों और तीन उपकलेक्टर स्तर के अधिकारियों की नियुक्ति कर कामकाज का समन्वय सुनिश्चित किया है. एम्बुलेंस और पुलिस पायलट सेवा के साथ शवों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा रहा है. जो परिवार प्लेन से शव ले जाना चाहते हैं, उनके लिए सरकार एयर इंडिया के साथ समन्वय कर रही है. स्वास्थ्य विभाग ने ट्रॉमा सेंटर में ऑर्थोपैडिक, न्यूरो, मेडिसिन, प्लास्टिक और बर्न्स के 100 विशेषज्ञों की 5 टीमें तैनात की है.
इसके साथ ही पोस्टमार्टम रूम में 32 विशेषज्ञों और 20 सहायकों की टीम के साथ ही बीजे मेडिकल कॉलेज के कसौटी भवन में 12 विशेषज्ञों की टीम तैनात की गई है. हादसे के तुरंत बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर राहत-बचाव कार्य शुरू हुआ था. स्थानीय निवासी, निजी डॉक्टर और आम लोग सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जुटे. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के 100 डॉक्टरों ने बचाव में मदद की है, जबकि 4 रक्तदान शिविरों में 1300 यूनिट रक्त एकत्र किया गया.
बीजे मेडिकल कॉलेज के कसौटी भवन में हेल्पडेस्क और कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां 600 से अधिक फोन कॉल्स का समन्वय किया गया. अस्पताल प्रशासन, जिला प्रशासन और स्टेट इमर्जेंसी ऑपरेशन सेंटर (एसईओसी) की मदद से परिवारों को सैंपलिंग, ट्रांसपोर्टेशन, रहने-खाने और वाहन व्यवस्था में सहायता दी जा रही है. परिजनों से अपील की गई है कि वे केवल अहमदाबाद सिविल अस्पताल के अधिकृत नंबरों पर ही कॉल करें, जिसमें डीएनए मैच और शव लेने की जानकारी दी जाएगी.
ये फोन नंबर इस प्रकार हैं…
9429915911, 9429916096, 9429916118, 9429916378, 9429916608, 9429916622, 9429916682, 9429916758, 9429916771, 9429916875