उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा में सिपाही के पद पर चयनित होने के बाद प्रियम वर्मा उर्फ बबली बहुत ही खुश थी. उसे और उसके परिवार को विश्वास हो चला था कि अब उनकी माली हालत ठीक हो जाएगी. क्योंकि, बबली के माता-पिता कुछ वर्ष पहले ही इस दुनिया से चल बसे थे. परिवार में तीन बहनें और एक भाई है. लेकिन इस बीच कुछ ऐसा हुआ जिसने पूरे परिवार को झकझोर रख दिया. किसी को यकीन नहीं हो रहा कि बबली ऐसा कदम उठा सकती है.
दरअसल, सिपाही के पद पर चयनित होने के बाद बबली ट्रेनिंग पर जाने वाली थी. मगर इससे पहले नानी व मौसी के घर पर कुछ दिन बिताना चाहती थी. इसी क्रम में वह देवरिया के लार थाना के एक गांव में अपनी मौसी के घर बड़ी बहन के साथ आई थी. लेकिन रविवार की शाम को पता नहीं क्या हुआ कि बबली बाथरूम में गई तो लेकिन बाहर जिंदा नहीं लौटी.
दरवाजा तोड़ कर परिजनों ने अंदर देखा तो वह फंदे से झूल रही थी. बाथरूम की छत टीन शेड की है, बबली ने दुपट्टे को गले में बांधकर उसी से लटककर फांसी लगा ली थी. इस घटना से परिजन सदमे में है. वो समझ नहीं पा रहे हैं कि आखिर अचानक ऐसा क्या हुआ कि बबली खौफनाक कदम उठाने के लिए मजबूर हो गई. मृतका को 17 जून को सिपाही की ट्रेनिंग के लिए रायबरेली जाना था.
जानिए परिवार के बारे में
आपको बता दें कि बलिया जिले के बांसडीह के जय प्रकाश सोनी कानपुर के घाटमपुर में मकान बनवाकर सपरिवार रहते थे. बड़ी बेटी लवली (21) और छोटी बेटी बबली (19) दोनों का उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा में सिपाही के पद पर चयन हुआ था. दोनों मेडिकल पास कर चुकी थीं और 17 जून को उन्हें ट्रेनिंग पर जाना था. उसके पहले यह दोनों कानपुर से बलिया नानी के घर पहुंची थीं, जहां कुछ दिन बिताने के बाद देवरिया में मौसी के घर पहुंचीं.
मौसा के मुताबिक, रविवार की शाम को भोजन करने के बाद दोनों बहनें टहल रही थीं इसी दौरान बबली बाथरूम चली गई. काफी देर बाद भी बाहर नहीं निकलने पर आवाज दी गई मगर अंदर से कोई जवाब नहीं आया. ऐसे में दरवाजा तोड़ा गया तो अंदर का मंजर देख सभी सिहर गए. बबली फंदे से झूल रही थी. आनन-फानन में उसे सीएचसी ले जाया गया जहां से मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया. लेकिन वहां डक्टरों ने बबली को मृत घोषित कर दिया.
मामले में सीओ सलेमपुर दीपक शुक्ला ने बताया कि 1 जून को बबली उर्फ प्रियम वर्मा ने घर में ही बाथरुम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. उसके शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है. वह घाटमपुर, कानपुर देहात की रहने वाली थी. उसका चयन उत्तर प्रदेश पुलिस में आरक्षी के पद पर हुआ था. 17 जून को उसे रायबरेली ट्रेनिंग के लिए जाना था. इससे पहले वह अपनी बहन के साथ मौसी के घर घूमने आई थी, जहां पर उसने सुसाइड कर लिया.
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