आईपीएल 2025 का फाइनल मैच पंजाब किंग्स और आरसीबी के बीच मंगलवार को खेला जाना है. इस महामुकाबले से पहले पंजाब किंग्स के कप्तान श्रेयस अय्यर ने खुलासा किया कि वो रविवार रात अहमदाबाद में मुंबई इंडियंस के खिलाफ 41 गेंदों में नाबाद 87 रन की शानदार पारी खेलने के बाद मुश्किल से सो पाए. इस पारी ने पांच बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस को टूर्नामेंट से बाहर कर दिया और पंजाब को 11 साल बाद पहली बार आईपीएल फाइनल में पहुंचाया. लेकिन अय्यर ने माना कि उनका दिमाग अब भी बेचैन है.
श्रेयस अय्यर ने कहा, “मैं सो नहीं पाया. कल रात केवल चार घंटे ही सोया. मैच के बाद मैं अपने कमरे में गया और फिर सीधे यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आ गया.” पंजाब किंग्स ने इस सीजन में शानदार वापसी की है. उन्होंने लीग स्टेज में टॉप किया और उतार-चढ़ाव के बावजूद फाइनल तक पहुंचे. इस सफर में अय्यर ने कप्तान और प्रमुख बल्लेबाज दोनों की भूमिका निभाई. उन्होंने 16 पारियों में 54.81 की औसत और करीब 176 के स्ट्राइक रेट से 603 रन बनाए, जिसमें छह अर्धशतक शामिल हैं.
यह भी पढ़ें: IPL Final: ‘कोहली के ड्रीम के लिए हम पूरी ताकत झोंक देंगे… ‘, RCB कप्तान ने पंजाब को दी चुनौती
वहीं, अपने पहले खिताब की तलाश में आरसीबी भी है. टीम के कप्तान रजत पाटीदान ने कहा कि जहां भी हम खेलते हैं, ऐसा लगता है जैसे भीड़ हमारा घरेलू मैदान है. जिस तरह पिछले कई सालों से लोग हमारा समर्थन और प्यार दिखा रहे हैं, वह शानदार है.”
टीम के लिए एक चिंता का विषय टिम डेविड की फिटनेस है, जो हैमस्ट्रिंग चोट के चलते पिछले दो मैचों में नहीं खेले हैं. इसपर पाटीदार ने कहा कि अभी तक मुझे डेविड की स्थिति के बारे में कुछ पता नहीं है. जैसा भी होगा अपडेट दिया जाएगा. पाटीदार के लिए यह भी चुनौतीपूर्ण है क्योंकि उन्हें टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ही कप्तानी की जिम्मेदारी मिली थी. वहीं दूसरी ओर पंजाब किंग्स के कप्तान श्रेयस अय्यर पहले कोलकाता नाइट राइडर्स को चैंपियन बना चुके हैं. वे IPL इतिहास के एकमात्र कप्तान हैं, जिन्होंने तीन अलग-अलग टीमों — दिल्ली कैपिटल्स, केकेआर और अब पंजाब किंग्स को फाइनल में पहुंचाया है.
यह भी पढ़ें: IPL 2025 Final: आरसीबी का चैंपियन बनना तय? ये 3 फैक्टर पंजाब किंग्स की उम्मीदों पर फेर सकते हैं पानी
पाटीदार ने कहा कि उनके लिए खिलाड़ियों के लिए अच्छा माहौल बनाना सबसे जरूरी है. उन्होंने कहा कि मैंने हमेशा कोशिश की है कि मैदान के बाहर ऐसा माहौल बनाऊं जहां हर खिलाड़ी, चाहे घरेलू हो या अंतरराष्ट्रीय, खुद को बराबर महसूस करे. उन्हें सहज और आत्मविश्वास से भरा महसूस कराना ही मेरा पहला लक्ष्य है.