अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुलासा किया है कि ईरान के साथ परमाणु मामले पर समझौता अगले कुछ हफ्तों में हो सकता है. उन्होंने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को बताया है कि दोनों पक्ष मुद्दे का समाधान करने के काफी करीब हैं. उन्होंने कहा कि वह खुद इंसपेक्शन के लिए ईरान जाना चाहेंगे. साथ ही उन्होंने नेतन्याहू को चेतावनी भी दी.
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि ईरान ने डील करने की इच्छा जताई, लेकिन उन्होंने ईरान में संयुक्त राष्ट्र के न्यूक्लियर इंसपेक्शन टीम के संभावित विजिट को गैर-जरूरी माना. ईरान ने भी बुधवार को संकेत दिया कि अगर अमेरिका के साथ कोई समझौता होता है तो वह संयुक्त राष्ट्र के न्यूक्लियर इंसपेक्शन टीम को अपने परमाणु केंद्रों के इंसपेक्शन की इजाजत दे सकता है.
यह भी पढ़ें: तीन भारतीय ईरान में किडनैप, ऑस्ट्रेलिया भेजने के नाम पर फ्रॉड, वीडियो कॉल कर परिवार से मांगी फिरौती
यूरेनियम एनरिचमेंट पर कोई समझौता नहीं करेगा ईरान
ईरान ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि वह यूरेनियम एनरीचमेंट पर कोई समझौता नहीं करेगा, और ऐसा माना जा रहा है कि ट्रंप इसके लिए राजी हैं. खासतौर से इजरायल ने ईरान पर परमाणु हथियार बनाने का आरोप लगाया है, जिसे ईरान ने बार-बार खारिज किया है और कहा है कि उनका न्यूक्लियर प्रोग्राम सिर्फ सिविल यूज के लिए है.
पिछले कुछ हफ्तों में तेहरान और वाशिंगटन के बीच परमाणु विषय पर पांच दौर की बातचीत हुई हैं. अमेरिका-ईरान के बीच लंबे संघर्ष के बाद 2015 में न्यूक्लियर डील हुआ था, लेकिन ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान 2018 में इस समझौते से अमेरिका को बाहर कर लिया था.
ईरान हुआ सॉफ्ट, अमेरिका भी समझौते को तैयार
ईरान के परमाणु प्रमुख मोहम्मद इस्लामी ने बताया कि वे हमेशा उन देशों से इंसपेक्टर्स को स्वीकार करने से बचते रहे हैं जो उनके साथ दुश्मनी करते रहे हैं. हालांकि, अगर कोई समझौता होता है और ईरान की मांगों को ध्यान में रखा जाता है, तो वे संयुक्त राष्ट्र के न्यूक्लियर इंसपेक्टर्स को अमेरिका सहित दौरे की इजाजत दे सकते हैं.
यह भी पढ़ें: नेतन्याहू के ऑर्डर का इंतजार… अमेरिका को बिना बताए किसी भी वक्त ईरान पर हमला कर सकता है इजरायल!
हालांकि, ईरान ने स्पष्ट किया है कि यूरेनियम एनरिचमेंट पर किसी तरह की बात या समझौता नहीं करेगा. अमेरिकी पक्ष ने भी यह कहा है कि यूरेनियम एनरिचमेंट को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा. दोनों मुल्कों के बीच आगे की बातचीत के लिए तारीख तय किया जा रहा है, जिसके बाद ओमान द्वारा अंतिम घोषणा की जाएगी.