केरल के बाद दक्षिण-पश्चिम मानसून ने महाराष्ट्र में भी समय से पहले दस्तक दे दी है. मौसम विभाग की अधिकारी सुभांगी ने बताया कि अगले 2 से 3 दिनों में मानसून मुंबई तक पहुंच सकता है. इसके असर से राज्य के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश की चेतावनी जारी की गई है.
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक इस समय मानसून की उत्तरी सीमा महाराष्ट्र के देवगढ़ तक पहुंच चुकी है, जो सामान्य समय से कुछ दिन पहले की स्थिति है. मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में राज्य के अन्य हिस्सों में भी अच्छी बारिश देखने को मिल सकती है. समय से पहले मानसून की एंट्री से किसानों को राहत मिलने की उम्मीद है, वहीं नगरपालिका और प्रशासनिक इकाइयों के लिए बारिश से निपटने की तैयारी की चुनौती भी बढ़ गई है.
मुंबई और कोंकण में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने रविवार को कोंकण और पश्चिमी महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों के लिए अगले कुछ दिनों तक भारी से मूसलाधार बारिश का अलर्ट जारी किया है. IMD ने कहा कि इस दौरान गरज के साथ बिजली गिरने और तेज हवाएं चलने की भी संभावना है. मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण महाराष्ट्र में मानसून की एंट्री हो चुकी है, जबकि मुंबई और कोंकण में फिलहाल प्री-मानसून बारिश हो रही है.
रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, सातारा, पुणे में ऑरेंज अलर्ट जारी
दोपहर को जारी किए गए अलर्ट के मुताबिक भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग ज़िलों के साथ-साथ सातारा, पुणे और कोल्हापुर जिलों के घाट (पहाड़ी) इलाकों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. रायगढ़ ज़िले के लिए ऑरेंज अलर्ट 25 और 26 मई तक मान्य रहेगा. रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग और घाट क्षेत्रों (सातारा, पुणे, कोल्हापुर) के लिए 5 दिन तक यह अलर्ट प्रभावी रहेगा.
केरल में मानसून की दस्तक
बता दें कि केरल में मानसून ने दस्तक दे दी है. ये भारत की मुख्य भूमि पर पिछले 16 वर्षों में मानसून का सबसे पहले आगमन है. इस बार अपने तय वक्त से 8 दिन पहले ही मानसून केरल पहुंच गया है. IMD के मुताबिक पिछली बार राज्य में मानसून इतनी जल्दी 2009 और 2001 में 23 मई को आया था. केरल में मानसून के आगमन की सामान्य तिथि 1 जून है. हालांकि 1918 में केरल में 11 मई को ही मानसून ने दस्तक दे दी थी, जो अभी तक का केरल में सबसे जल्दी मानसून आगमन का रिकॉर्ड है.