मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने आजतक के कार्यक्रम में बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि महाराष्ट्र में पवार और ठाकरे ब्रांड को खत्म करने की कोशिश कर रही है, लेकिन ऐसा नहीं होगा. इसके अलावा उन्होंने सरकार में दागी और भ्रष्ट नेताओं को शामिल करने के लिए बीजेपी की आलोचना की.
राज ठाकरे से पूछा गया कि क्या BJP महाराष्ट्र में पवार और ठाकरे ब्रांड को खत्म करने की कोशिश कर रही है? इस पर उन्होंने जवाब दिया कि इसमें कोई विवाद नहीं है कि वे ऐसा कर रहे हैं, लेकिन पवार और ठाकरे ब्रांड खत्म नहीं होगा.
उन्होंने BJP पर भ्रष्ट और दागी नेताओं को सरकार में शामिल करने को लेकर भी तीखा हमला बोला. ठाकरे ने कहा, “मैंने एक फोटो देखी जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थी. उसमें एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस अजित पवार, सुनील तटकरे, अशोक चव्हाण, नारायण राणे, छगन भुजबल जैसे नेताओं के बीच बैठे थे. उस फोटो को देखकर मैं सोच में पड़ गया कि BJP के कार्यकर्ता क्या सोच रहे होंगे? उन्होंने जिन लोगों को हटाने के लिए मेहनत की, आज वही लोग उनके साथ सरकार में बैठे हैं.”
अडानी, अंबानी और टाटा पर क्या बोले राज ठाकरे?
राज ठाकरे ने भाषाई आधार को देश की संरचना की बुनियाद बताया. उन्होंने कहा, “बांग्ला बोलने वाले मुसलमानों ने पाकिस्तान में होते हुए भी भाषा के आधार पर अलग देश मांगा और बांग्लादेश बना. इसका मतलब भाषा हर चीज में अहम होती है. अगर प्रधानमंत्री अंबानी और अडानी के साथ ज्यादा सहज हैं और टाटा के साथ नहीं, तो अगर वे इस सोच पर चल सकते हैं, तो मैं क्यों नहीं?”
पाकिस्तान और आतंकवाद पर बोले- युद्ध कोई हल नहीं
जब पाकिस्तान के साथ रिश्तों पर बात हुई तो राज ठाकरे ने कहा, “6 आतंकवादियों को मारने के लिए युद्ध कोई विकल्प नहीं है. और जो हमने किया, वो भी युद्ध नहीं था. युद्ध क्या होता है, वो देखना हो तो गाज़ा स्ट्रिप को देखो, तब समझ आएगा कि युद्ध कितनी तबाही लाता है. हमने जो किया वो ठीक है, लेकिन वो 6 आतंकवादी कहां हैं? जिन्होंने हमारे 26 नागरिकों को मारा, वो अब भी ज़िंदा हैं.”
क्या राज और उद्धव फिर साथ आएंगे?
हाल ही में एक पॉडकास्ट में राज ठाकरे के शिवसेना (UBT) के साथ गठबंधन को लेकर दिए बयान पर जब उनसे सवाल हुआ, तो उन्होंने कहा, “पूरे इंटरव्यू में से एक लाइन निकाली गई है, इसमें मैं क्या कर सकता हूं? अब मैं बार-बार वही बात कहूं, ये कैसे संभव है? अब कई नेता इस पर बोल भी रहे हैं और बयान दे रहे हैं. अगर राज महाराष्ट्र को नुकसान पहुंचा रहे लोगों से दूरी बना लें, तो हम साथ आने को तैयार हैं. मुझे तो उनसे कभी कोई व्यक्तिगत एतराज नहीं रहा.”