विदेश मंत्री एस जयशंकर ने विदेशी मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर की कट्टरता को पहलगाम हमले से जोड़ा है. विदेश मंत्री ने कहा है कि पाकिस्तान सेना प्रमुख कट्टर धार्मिक नजरिए से प्रेरित है. उन्होंने कहा कि पहलगाम में धर्म के आधार पर 26 लोगों की हत्या कर दी गई जो उनके विचारों से मेल खाता है.
विदेश मंत्री जयशंकर सोमवार से छह दिवसीय यूरोप पर हैं जिसमें वो नीदरलैंड्स, डेनमार्क और जर्मनी का दौरा कर रहे हैं. अपने इस दौरे में उन्होंने नीदरलैंड्स के सरकारी ब्रॉडकास्टर NOS को इंटरव्यू दिया जिसमें पहली बार भारत-पाकिस्तान संघर्ष और फिर संघर्षविराम पर चर्चा की.
इस दौरान आसिम मुनीर को लेकर विदेश मंत्री ने कहा, ‘देखिए, सबसे पहले आपको यह समझना होगा कि यह सब क्या था. इसकी शुरुआत जम्मू-कश्मीर में हुए एक बहुत ही बर्बर आतंकवादी हमले से हुई थी, जिसमें धर्म पूछ-पूछकर 26 पर्यटकों की उनके परिवारों के सामने हत्या कर दी गई थी. यह राज्य के टूरिज्म को नुकसान पहुंचाने और जानबूझकर धार्मिक कलह पैदा करने के लिए किया गया था.’
उन्होंने आगे कहा, ‘इस हमले में धर्म का एलिमेंट भी शामिल किया गया और इसे समझने के लिए आपको यह देखना होगा कि पाकिस्तान की तरफ, उनका नेतृत्व, खास तौर पर उनके सेना प्रमुख, अत्यधिक धार्मिक नजरिए से प्रेरित हैं. इसलिए, जाहिर है कि उनके विचारों और फिर उनके किए गए काम में कुछ संबंध है.’
पहलगाम हमले से पहले पाकिस्तान के जिहादी जनरल से उगला था जहर
पहलगाम आतंकी हमले से पहले, पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल (जिन्हें अब फील्ड मार्शल बना दिया गया है) असीम मुनीर ने कश्मीर को उनकी “गले की नस” कहा था. 16 अप्रैल को इस्लामाबाद में प्रवासी पाकिस्तानियों के एक सम्मेलन में उन्होंने कहा था, ‘यह हमारी गले की नस थी, यह हमारी गले की नस है, हम इसे नहीं भूलेंगे.’ उन्होंने पाकिस्तानी लोगों से कहा कि वो अपने बच्चों को ये कहानियां सुनाते रहे ताकि वो ये बात न भूलें कि वो हिंदुओं से अलग हैं.
मुनीर ने पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना के दो-राष्ट्र सिद्धांत का हवाला देते हुए कहा था, ‘आपको अपने बच्चों को पाकिस्तान की कहानी बतानी होगी ताकि वे यह न भूलें कि हमारे पूर्वजों ने सोचा था कि हम जीवन के हर संभव पहलू में हिंदुओं से अलग हैं. हमारे धर्म अलग हैं, हमारे रीति-रिवाज अलग हैं, हमारी परंपराएं अलग हैं, हमारे विचार अलग हैं, हमारी महत्वाकांक्षाएं अलग हैं. यहीं पर दो-राष्ट्र सिद्धांत की नींव रखी गई थी. हम दो राष्ट्र हैं, हम एक राष्ट्र नहीं हैं.’
असीम मुनीर के इस कट्टर भड़काऊ भाषण के कुछ दिनों बाद, आतंकवादियों ने पहलगाम के पास बैसरन घाटी में पर्यटकों को निशाना बनाया जिसमें 26 लोग मारे गए.
भारत ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान और पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले कश्मीर में 9 आतंकी ठिकानों को ऑपरेशन सिंदूर के तहत निशाना बनाया. जवाब में पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइलों से भारत पर हमला किया जिसने एयर डिफेंस सिस्टम ने नाकाम कर दिया. दोनों देशों के बीच चार दिनों की लड़ाई के बाद संघर्षविराम हुआ.