अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक ओर जहां चीन समेत दुनियाभर के देशों पर टैरिफ बम फोड़ रहे हैं, तो वहीं उनके खुद के देश का हाल बेहाल है. ये हम नहीं कह रहे, बल्कि अमेरिका पर बढ़ते हुए कर्ज के आंकड़े का हवाला देते हुए तमाम एनालिस्ट और दिग्गज निवेशक ये दावे कर रहे हैं. US Economy और ट्रंप टैरिफ के असर को लेकर अब अरबपति निवेशक रे डालियो ने बड़ी बात कही है. उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान यहां तक कह दिया कि अमेरिका एक प्रकार से बिना संघर्ष वाले गृहयुद्ध की ओर बढ़ता जा रहा है.
गृहयुद्ध की ओर बढ़ रहा अमेरिका?
ब्लूमबर्ग को दिए गए एक इंटरव्यू में ब्रिजवाटर एसोसिएट्स के फाउंडर अरबपति रे डालियो ने अमेरिका के आर्थिक हालातों और ट्रंप टैरिफ से सामने आने वाली दिक्कतों को लेकर बात की. उन्होंने अमेरिका पर लगातार बढ़ते हुए कर्ज पर चिंता जताते हुए बड़ी चेतावनी भी दी. उन्होंने कहा कि अब अमेरिका पर कर्ज का बोझ इतना बढ़ गया है कि ये देश की धमनियों में जमा चर्बी के समान नजर आ रहा है. उन्होंने अलर्ट करते हुए कहा कि अगर इन हालातों को सुधारा नहीं गया, तो देश में बढ़ती पॉलिटिकल-इकोनॉमिक अस्थिरता अमेरिका में एक गृहयुद्ध को जन्म दे सकती है. उन्होंने कहा कि ये आधुनिक गृहयुद्ध सशस्त्र संघर्ष के जरिए नहीं, बल्कि बढ़ते कर्ज, आर्थिक असमानता और राजनीतिक उथल-पुथल से संबंधित होगा.
डैलियो ने की थी 2008 मंदी की भविष्वाणी
यहां बता दें कि रे डालियो वही अरबपति हैं, जिन्होंने साल 2008 में सबसे पहले मंदी की भविष्वाणी की थी और उसके बाद के हालात दुनिया ने देखे थे. इंटरव्यू के दौरान उन्होंने अमेरिका में टैरिफ, राजनीतिक मतभेद और कर्ज के बोझ को लेकर कहा है कि ये एक प्रकार का गृहयुद्ध सा नजर आ रहा है. डैलियो ने मौजूदा हालातों को 1930 के दशक से जोड़ा, जो घरेलू आर्थिक तंगी और वैश्विक अशांति का दौर माना जाता है.
ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंचेगा US Debt!
डालियो ऐसे ही इस तरह के दावे नहीं कर रहे हैं. वर्ल्ड ऑफ स्टेटिस्ट्स द्वारा जारी ताजा आंकड़ों पर नजर डालें, तो अमेरिका पर कर्ज का बोझ 37.2 ट्रिलियन डॉलर (आंतरिक-बाहरी) हो चुका है. वहीं रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस के बजट कार्यालय के अनुसार साल 2024 में सार्वजनिक ऋण अमेरिकी सकल घरेलू उत्पाद का 99% था, जिसके 2034 तक 116% तक पहुंचने का अनुमान जाहिर किया जा रहा है, जो एक ऐतिहासिक ऊंचाई होगी. दिग्गज निवेशक ने बढ़ते कर्ज की तुलना इंसानी धमनियों पर जमा चर्बी से की है और चेतावनी दी कि यह भविष्य के खर्चों को रोक सकता है.
आर्थिक असमानता बड़ा खतरा
रे डालियो ने अमेरिका में आर्थिक असमानता पर भी फोकस किया और कहा कि देश में शीर्ष 10% अमेरिकियों के पास अमेरिका की दो-तिहाई से ज्यादा संपत्ति है, जबकि निचले स्तर पर आधे लोगों के पास 4% से भी कम संपत्ति है. उन्होंने कहा कि जब देश में धन और मूल्यों में बड़ा अंतर होता है, तो संघर्ष भी ज्यादा होता है. उन्होंने इन सभी मुद्दों पर सतर्कता बरतने की जरूरत पर जोर दिया और कहा कि अगर हम इन सब बातों की चिंता नहीं करेंगे, तो हमारे सामने और भी ज्यादा खतरा होगा.
ट्रंप टैरिफ को बताया था मंदी की वजह
इससे पहले रे डालियो अमेरिका से जुड़ी हुई तमाम चेतावनियां दे चुके हैं. बीते साल मई 2024 में उन्होंने बढ़ते राजनीतिक ध्रुवीकरण को इकोनॉमी में मौजूद समस्याओं के समाधान में बड़ी बाधा करार दिया था. तो वहीं पिछले महीने ही उन्होंने संभावित आर्थिक मंदी (US Reccession) के बारे में अलर्ट किया था और आर्थिक अस्थिरता के लिए आंशिक रूप से ट्रंप-युग के टैरिफ को जिम्मेदार ठहराया था.
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