एक्स पर एक पोस्ट आई. पोस्ट करने वाले ने एक अजीब सा तर्क देते हुए कहा कि अंग्रेजों ने भारत पर शासन नहीं किया है और भारत अंग्रेजों की कॉलोनी नहीं रहा है. फ्रीडोमैन नाम का हैंडल चलाने वाले स्टीफन मोलिन्यूक्स नाम के शख्स ने लिखा है कि यदि भारतीय लोग इंग्लैंड में जाकर अंग्रेज बन सकते हैं (जैसे कि माइग्रेशन के माध्यम से एक नई पहचान अपनाना), तो उसी तरह अंग्रेज जो भारत में आए वे भारतीय बन गए.
इस आधार पर मोलिन्यूक्स निष्कर्ष निकालते हैं कि अंग्रेजों ने भारत पर शासन नहीं किया और इसलिए “उपनिवेशवाद” (colonization) जैसी कोई चीज नहीं थी.
खास बात ये रही है कि एक्स के मालिक एलन मस्क ने इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया दी. भारत में ब्रिटिश उपनिवेशवाद को खारिज करने की इस कोशिश का सीधा-सीधा विरोध होना चाहिए था. लेकिन मस्क ने इस पोस्ट पर ‘थिंकिंग’ इमोजी दी.
मस्क की इस प्रतिक्रिया पर सोशल मीडिया पर बवाल हो गया है. मस्क की इस टिप्पणी को लगभग 2 करोड़ लोग देख चुके हैं. डेढ़ लाख लोगों ने लाइक किया है और 15 हजार लोगों ने रीपोस्ट किया है. जबकि 10 हजार लोगों ने मस्क की इस टिप्पणी पर उनसे चुभते हुए सवाल पूछे हैं और उनपर ब्रिटिश उपनिवेशवाद की गंभीरता को कम करने आरोप लगाया है.
— Elon Musk (@elonmusk) October 2, 2025
मोलिन्यूक्स का दृष्टिकोण अक्सर विवादास्पद होता है, वे अपनी पोस्ट में नस्लवाद और उपनिवेशवाद कम करने और सही करने की कोशिश करते हुए दिखते हैं. यहां भी उन्होंने भारत में ब्रिटिश उपनिवेशवाद को जायज ठहराने की कोशिश करते हुए इसे आधुनिक जमाने के माइग्रेशन से जोड़ने की कोशिश करते हुए दिखते हैं.
लेकिन इस पोस्ट पर मस्क द्वारा प्रतिक्रिया देना भारतीयों को अखर गया.
एलन मस्क की ये पोस्ट अब कम्युनिटी चेक हो चुकी है. कम्युनिटी नोट में कहा गया है, “दोनों की तुलना करना हास्यास्पद है. अंग्रेज अवैध रूप से भारत आए, यहां की संपत्ति लूटी, लाखों लोगों को मारा और जब वे गए तब तक भारत सबसे गरीब देशों में से एक था. इसके विपरीत, ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय ब्रिटिश सरकार द्वारा जारी वीजा पर कानूनी रूप जाते हैं.”
एक यूज़र ने लिखा, “व्हाइट नेशनलिस्ट अब उपनिवेशवाद, सैन्य आक्रमण, बलात्कार, लूटपाट और मूल निवासियों के शोषण की तुलना वैध प्रवास और नियमों के अनुसार ली नागरिकता से कर रहे हैं. उनका मकसद अपने औपनिवेशिक अपराधबोध को छुपाना और अप्रवासी अल्पसंख्यकों को औपनिवेशिक साम्राज्यवादियों के बराबर बताकर उन्हें बदनाम करना है.”
White Nationalist are now trying to equate colonialism military invasion, rape, plunder, exploitation of natives with legal immigration and naturalization complying with immigration laws.
The idea is to…
# 1 whitewash their own colonial guilt# 2 vilify immigrants minorities…
— the exDem and exRepub 🇮🇳🇺🇸 (@joysamcyborg) October 2, 2025
एक दूसरे यूजर ने कहा है कि, “इस तर्क से जब 1940 में जर्मनों ने फ्रांस में कदम रखा तो वे फ्रांसीसी बन गए. इस तरह फ्रांस ने फ्रांस पर कब्जा कर लिया. इसी तरह, 2003 में अमेरिकी अफ़गान और इराकी बन गए. और अब यूक्रेन पर कब्जा कर रहे रूसी सैनिक यूक्रेनी हैं. उन्हें वापस जाने की कोई जरूरत नहीं है.”
By this logic
When Germans set foot in France in 1940, they became French. Thus French occupied France.
Similarly, Americans became Afghan and Iraqis in 2003.And now, the Russian troops occupying Ukraine are Ukrainians. There’s no need for them to go back.
— Ajay Ahlawat (@Ahlawat2012) October 2, 2025
एक अन्य यूजर ने लिखा है कि, “किसी दूसरे देश में रहने से औपनिवेशिक प्रभुत्व मिट नहीं जाता. जब भारतीय ब्रिटेन गए तो वे विदेशी ही रहे. जब अंग्रेज भारत आए, तो उन्होंने राजनीतिक, सैन्य और आर्थिक नियंत्रण से लाखों लोगों पर शासन किया. यही उपनिवेशीकरण है.”
एक शख्स ने मस्क को फटकार लगाते हुए लिखा कि, “यह एक हास्यास्पद रूप से मूर्खतापूर्ण प्रस्ताव है. हैरानी की बात है कि आपको इसमें रुचि भी है.
You already tweaked your algorithm to spread hate against Indians. pic.twitter.com/rFKi9uI0EF
— Shivam singh शिवम सिंह (@thishivam) October 2, 2025
अंग्रेजों ने हर दशक में भारत में अकाल पैदा किए, इस जगह के संसाधनों को छीन लिया. अब भारतीय अर्थव्यवस्था आराम से ब्रिटेन से आगे निकल गई है, उनके जाने के बाद से कोई अकाल नहीं पड़ा है.
This is what Britishers did to Indians pic.twitter.com/LWKtYOd4Vf
— Mathonymics (@Mathonymics) October 2, 2025
ब्रिटेन में भारतीय वैसे ही हैं जैसे बौद्ध यात्री भारत आने पर हुआ करते थे. वे सीखने, काम करने और ब्रिटिश कानूनों के तहत रहने आते हैं. अंग्रेजों ने अपने कानून थोपे, धन-संपत्ति लूटी और लाखों लोगों को मार डाला. ऐसा नहीं है कि किसी को यह सब समझाने की जरूरत है.”
The British came to India legally. They signed treaties with local rulers.
Reason cannot help you if you do not know your history. https://t.co/PCEgWhc695
— Freedomain – with Stefan Molyneux, MA (@StefanMolyneux) October 3, 2025
हालांकि मूल रूप से इस ट्ववीट को करने वाला शख्स मोलिन्यूक्स अब भी अपने ट्वीट पर कायम है. उन्होंने भारतीय यूजर को जवाब देते हुए लिखा है, “अंग्रेज भारत में वैधानिक रूप से आए थे. उन्होंने स्थानीय शासकों के साथ संधियां कीं. अगर आपको अपना इतिहास नहीं पता, तो तर्क आपकी मदद नहीं कर सकता.”
—- समाप्त —-