ऑनलाइन गेमिंग और मनी लॉन्ड्रिंग केस की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अब निर्णायक कदम उठाने जा रही है. सूत्रों के मुताबिक, ईडी जल्द ही कुछ क्रिकेटरों और अभिनेताओं की करोड़ों रुपए की चल-अचल संपत्तियां कुर्क कर सकती है. इनमें कुछ विदेश में स्थित प्रॉपर्टी भी शामिल हैं. यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत होगी.
ईडी की जांच में सामने आया है कि ‘1xBet’ नामक ऑनलाइन सट्टेबाजी और गेमिंग पोर्टल ने कई भारतीय सितारों को विज्ञापनों के जरिए भारी रकम दी थी. इन पैसों से खरीदी गई संपत्तियों को ईडी ने अपराध की आय मानते हुए उनको कुर्क करने का फैसला किया है. इनमें से कुछ संपत्तियां भारत में हैं, जबकि कई प्रॉपर्टी यूएई जैसे देशों में भी बताई जा रही हैं.
सूत्रों के मुताबिक, ईडी वर्तमान में इन संपत्तियों का परिमाणीकरण और मूल्यांकन कर रही है. एजेंसी जल्द ही अस्थायी कुर्की आदेश जारी कर सकती है. इसके बाद यह आदेश धन शोधन निवारण अधिनियम के निर्णायक प्राधिकरण के पास भेजा जाएगा. यहां से स्वीकृति मिलने पर इन संपत्तियों को जब्त करने के लिए अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया जाएगा.
इस केस की जांच के दौरान ईडी ने हाल के हफ्तों में कई नामचीन क्रिकेटरों से पूछताछ की है. इनमें युवराज सिंह, सुरेश रैना, रॉबिन उथप्पा और शिखर धवन शामिल हैं. इसके अलावा अभिनेता सोनू सूद, पूर्व सांसद और अभिनेत्री मिमी चक्रवर्ती और बंगाली फिल्म अभिनेता अंकुश हाजरा से भी पूछताछ की गई. कुछ सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को भी तलब किया गया है.
एजेंसी ने इन सभी हस्तियों के बयान पीएमएलए की धारा 50 के तहत दर्ज किए हैं. इनमें से कई ने जांच अधिकारियों को अपने खातों और लेन-देन का विवरण सौंपा है, जिसके जरिए उन्होंने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से विज्ञापन शुल्क प्राप्त किया था. अभिनेत्री उर्वशी रौतेला को भी तलब किया गया था. वो ‘1xBet’ की ब्रांड एंबेसडर रही है, लेकिन फिलहाल विदेश में हैं.
इस वजह से उनका बयान अब तक दर्ज नहीं हो पाया है. ईडी ने पूछताछ के दौरान इन हस्तियों से कई अहम सवाल किए. जैसे कि 1xBet ने संपर्क कैसे किया, भारत में कंपनी का नोडल व्यक्ति कौन था, भुगतान का तरीका क्या था, रकम भारत में मिली या विदेश में और क्या इन हस्तियों को पता था कि भारत में ऑनलाइन सट्टेबाजी गैरकानूनी है.
जांच अधिकारियों ने इनसे किए गए अनुबंध और उससे जुड़े सभी ईमेल दस्तावेज भी मांगे हैं. 1xBet कुराकाओ में पंजीकृत है. वो खुद को विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त सट्टेबाज बताता है. कंपनी का दावा है कि उसके पास सट्टेबाजी उद्योग में 18 साल का अनुभव है. उसकी वेबसाइट और ऐप 70 भाषाओं में उपलब्ध है. ग्राहक हजारों आयोजनों पर दांव लगा सकते हैं.
बताते चलें कि केंद्र सरकार ने हाल ही में एक नया कानून लाकर भारत में असली पैसों वाले ऑनलाइन गेमिंग पर प्रतिबंध लगा दिया है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, प्रतिबंध से पहले देश में लगभग 22 करोड़ लोग इन ऑनलाइन ऐप्स का इस्तेमाल करते थे, जिनमें से करीब आधे नियमित उपयोगकर्ता थे. इस दौरान गैर कानूनी तरीकों से पैसों का लेन-देन किया जाता था.
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