एशिया कप 2025 के हाई-वोल्टेज फाइनल में भारतीय टीम का सामना रविवार (28 सितंबर) को पाकिस्तान से हुआ है. दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में हुए इस मुकाबले में रोमांचक माहौल के बीच विवादास्पद पल भी देखने को मिला. भारतीय स्पिनर अक्षर पटेल की गेंद पर पाकिस्तानी टीम के कप्तान सलमान अली आगा रन लेते वक्त थोड़े विवादों में घिर गए.
यह घटना पकिस्तानी पारी के 16वें ओवर में हुई. उस ओवर में अक्षर पटेल की पहली गेंद को सलमान अली आगा ने एक्स्ट्रा कवर की ओर खेला. जब सलमान अली आगा दूसरा रन पूरा कर रहे थे, तो भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव का थ्रो सीधा पाकिस्तानी कप्तान को लगा. इसके बाद सूर्यकुमार ने तुरंत अंपायरों से अपील की कि बल्लेबाज ने फील्डिंग में बाधा (Obstructing the Field) डाली है.
ऐसे में मामला थर्ड अंपायर के पास गया. रिप्ले में साफ नजर आया कि सलमान अली आगा ने जानबूझकर अपनी दौड़ने की दिशा नहीं बदली थी. वह सामान्य तरीके से रन ले रहे थे और गेंद की ओर ही देख रहे थे. ऐसे में थर्ड अंपायर ने भारतीय कप्तान सूर्या की अपील खारिज कर दी और बल्लेबाज को नॉट आउट करार दिया गया.
क्या कहता है इससे जुड़ा नियम?
मेरिलबोन क्रिकेट क्लब ( MCC) में ऑब्सट्रक्टिंग द फील्ड को अच्छे से समाझाया गया है. नियम 37.1.1 के मुताबिक बल्लेबाज को तब आउट किया जा सकता है, जब वह जानबूझकर फील्डिंग कर रही टीम को अपनी हरकतों से परेशान करने या बाधा पहुंचाने की कोशिश करे. हालांकि उस समय गेंद प्ले में होना चाहिए.
इसके लॉ 37.1.2 में कहा गया है कि अगर बल्लेबाज जानबूझकर उस हाथ से गेंद को मारता है जिस पर बल्ला नहीं था, तो उसे आउट दिया जा सकता है. यह नियम स्ट्राइकर और नॉन-स्ट्राइकर एंड दोनों पर लागू होता है.
लॉ 37.1.3 में स्पष्ट किया गया है कि अगर गेंद नो-बॉल भी हो, तब भी ये नियम लागू रहेगा.
भारत और पाकिस्तान के बीच हाई-प्रोफाइल मुकाबले में हर रन और हर फैसला अहमियत रखता है. भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव की अपील के बाज मैदान में रोमांच और तनाव दोनों बढ़ गए. हालांकि, अंपायर के फैसले के बाद मैच सामान्य रूप से आगे बढ़ा.
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