तृप्ति डिमरी पिछले काफी समय से अपने काम को लेकर चर्चाओं में आई हुई हैं. जिस तरह की फिल्में और किरदार इन्होंने अदा किए हैं, हर जगह इनकी बातें हो रही हैं. पर तृप्ति ने फिल्म इंडस्ट्री और दर्शकों के बीच अपने काम से खुद की जगह खुद ही बनाई है. उनका इंडस्ट्री में कोई गॉडफादर नहीं रहा है, जिसने उनकी कोई मदद की हो.
हाल ही में एक इंटरव्यू में तृप्ति ने बताया कि बतौर आउटसाइडर उन्हीं के लिए ही नहीं, बल्कि हर किसी के लिए फिल्म इंडस्ट्री में जगह बनाए रखना मुश्किल होता है.
तृप्ति ने कही ये बात
फिल्मफेयर संग बातचीत में तृप्ति ने कहा- बहुत अलग तरह की मुश्किलों से आप जूझते हो जब आप यहां ऑडिशन देने के लिए आते हो. कई बार आपको एक ही दिन में 3-4 ऑडिशन्स देने पड़ते हैं. मेरे लिए ये सब करीब डेढ़ साल तक चलता रहा. ऑडिशन देने में मुझे ज्यादा गबराहट होती है, जबकि मैं कैमरा अच्छे से फेस कर लेती हूं.
ऑडिशन में अचानक आपको किरदार में उतरना पड़ता है. बहुत कम आपको बताया जाता है और उसमें आपको जान डालनी होती है. पैटर्न ब्रेक करते हो आप, और एक अलग ही फेज में चले जाते हो.
मैं सिर्फ यही कहना चाहती हूं कि इस पूरी जर्नी में मैंने बहुत कुछ सीखा है. फिर जब काम मिल जाता है. तब आपको हमेशा काम में फ्रेशनेस लानी होती है. जिससे आपकी ऑडियन्स आपसे बोर न हो. आपकी परफॉर्मेंस से बोर न हो.
मेरे लिए ये नया चैलेंज है. काम को फ्रेश रखना काफी एक्साइटिंग है. मैं इसको एक ब्लेसिंग की तरह देखती हूं. क्योंकि बहुत सारे लोग हैं जो मेरे से भी ज्यादा टैलेंटेड होंगे और उन्हें मेरी तरह शायद चांस न मिला हो.
वर्कफ्रंट की बात करें तो तृप्ति डिमरी ने संदीप वांगा रेड्डी से पहली बार किसी फिल्म के लिए हाथ मिलाया है. इनकी आने वाली फिल्मों में ‘स्पीरिट’ शामिल है जो ये प्रभास के साथ करती दिखेंगी.
इसके अलावा तृप्ति जल्द ही स्पेन के लिए रवाना होंगी. वहां वो ‘रोमियो’ की शूटिंग के लिए जाएंगी, जिसके लिए वो काफी एक्साइटेड हैं. आखिरी बार तृप्ति को ‘धड़क 2’ में देखा गया था जिसमें उन्होंने सिद्धांत चतुर्वेदी के साथ स्क्रीन शेयर किया था. नेटफ्लिक्स पर आप इसे देख सकते हैं.
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