दिल्ली के एक निजी मैनेजमेंट संस्थान में छात्राओं के यौन उत्पीड़न के आरोपी स्वघोषित संत स्वामी चैतन्यनंद सरस्वती को गिरफ्तार कर लिया गया है. उसकी गिरफ्तारी आगरा से हुई है. छात्राओं के आरोप के बाद से ही आरोपी की पुलिस तलाश कर रही थी. उसकी आखिरी लोकेशन आगरा में मिली थी. जिसके बाद से पुलिस आगरा और आसपास के इलाकों में सर्च ऑपरेशन चला रही थी.
पुलिस के मुताबिक छात्राओं से यौन उत्पीड़न के आरोपी स्वघोषित संत स्वामी चैतन्यनंद सरस्वती को गिरफ्तार कर लिया गया है. वह पिछले कई दिनों से आगरा में छिपा था. फिलहाल उससे मामले में पूछताछ की जा रही है और मेडिकल कराया जा रहा है.
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मार्च में दर्ज हुई थी चैतन्यनंद के खिलाफ शिकायत
आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) कोटे की एक छात्रा ने मार्च 2025 में शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमें आरोप लगाया गया था कि 60,000 रुपये का चंदा देने के बावजूद उससे अतिरिक्त राशि मांगी गई थी.
दक्षिण-पश्चिम दिल्ली स्थित प्रबंधन संस्थान के पूर्व अध्यक्ष चैतन्यानंद (62) ने संस्थान के अंदर अपने वफादारों का एक नेटवर्क बनाया था और उन्हें ऐसे पदों पर नियुक्त किया था जिनके लिए वे योग्य भी नहीं थे.
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चैतन्यानंद ने उससे कहा था कि या तो वह 60,000 रुपये और दे या एक साल तक संस्थान में बिना वेतन के काम करे, या फिर कॉलेज छोड़ दे. निजी प्रबंधन संस्थान के प्रशासन ने बताया कि 30 से ज़्यादा छात्राओं के साथ एक वर्चुअल मीटिंग में, कई छात्राओं ने चैतन्यानंद द्वारा यौन उत्पीड़न, छेड़छाड़ और धमकियों के बारे में बताया. जिसके बाद 4 अगस्त को चैतन्यानंद के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई.
चैतन्यानंद छात्राओं को देर रात अपने क्वार्टर में आने के लिए मजबूर करता था. वहीं नहीं आने पर फेल करने की धमकी भी देता था.
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