तमिलनाडु के करुर में आयोजित TVK (टीम विजय कझगम) की रैली में शनिवार को भगदड़ मच गई. शुरुआती जानकारी के मुताबिक इस हादसे में अब तक करीब 20 लोगों की मौत की आशंका है, जबकि दर्जनों कार्यकर्ता बेहोश होकर गिर पड़े. कई बच्चों को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. हादसा उस वक्त हुआ जब टीवीके प्रमुख विजय मंच से संबोधित कर रहे थे. फिलहाल मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने घटना की जांच के आदेश जारी कर दिए हैं.
इससे पहले फिल्म ‘पुष्पा 2’ की स्क्रीनिंग और बेंगलुरु में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की जीत के जश्न के दौरान भगदड़ मच गई थी, जिसमें कई लोगों की जानें गईं थी. ऐसे में सबसे सबद सवाल ये है कि अब तक इन हादसों से कोई सबक नहीं लिया गया.
फिल्म ‘पुष्पा’ की स्क्रीनिंग के दौरान भगदड़
अभिनेता अल्लू अर्जुन की फिल्म ‘पुष्पा 2’ के की स्क्रीनिंग के दौरान भगदड़ मच गई थी. इस हादसे में फिल्म ‘पुष्पा 2’ के एक्टर अल्लू अर्जुन को गिरफ्तार किया गया था. बाद में उन्हें हाईकोर्ट से जमानत मिल गई. हादसे में एक महिला की मौत हो गई थी जबकि एक बच्चा बेहोश हो गया था. हादसे के बाद मृतक महिला के परिजनों की शिकायत पर चिक्कड़पल्ली थाने में मामला दर्ज किया गया.
इसमें भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की कई धाराओं के तहत अभिनेता अल्लू अर्जुन, उनकी सिक्योरिटी टीम और थिएटर प्रबंधन को आरोपी बनाया गया. पुलिस ने 13 दिसंबर 2024 को महिला की मौत के संबंध में अर्जुन को गिरफ्तार किया था.
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की जीत के जश्न के दौरान भगदड़
बेंगलुरु में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की जीत के जश्न के दौरान भगदड़ मच गई थी. भगदड़ मामले में पुलिस ने IPL टीम RCB के खिलाफ केस दर्ज किया. इस हादसे में रॉयल चैंलेंजर्स बेंगलुरु, इवेंट कंपनी DNA नेटवर्क्स और कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के खिलाफ कई धाराओं में केस दर्ज किया गया था. यह हादसा उस समय हुआ जब चिन्नास्वामी स्टेडियम में आरसीबी की 18 साल बाद आईपीएल खिताब जीत का जश्न मनाने के लिए विशाल भीड़ उमड़ पड़ी.
टीम की विक्ट्री परेड देखने के लिए हजारों प्रशंसक स्टेडियम के बाहर और अंदर जमा हुए थे. चश्मदीदों के अनुसार, अचानक भीड़ का नियंत्रण बिगड़ गया और भगदड़ जैसी स्थिति बन गई. इस दौरान कई लोग कुचल गए, जबकि दर्जनों दर्शक घायल हो गए.
आयोजकों ने 10,000 लोगों की उम्मीद जताई थी
बता दें कि आयोजकों ने 10,000 लोगों की उम्मीद जताई थी, लेकिन करीब 50,000 लोग महज 1.20 लाख वर्ग फुट में इकट्ठा हो गए. भीड़ के दबाव से कई कार्यकर्ता और बच्चे बेहोश होकर गिर पड़े. हालात बिगड़ते देख विजय ने अपना संबोधन रोक दिया और लोगों से शांत रहने की अपील की. उन्होंने एम्बुलेंस के लिए रास्ता खाली करने का आग्रह किया और प्यासे लोगों को पानी की बोतलें भी बंटवाईं. उधर, मौके की गंभीरता को देखते हुए डीएमके मंत्री सेंथिल बालाजी और जिला कलेक्टर ने अस्पताल पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया. पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिए लाठीचार्ज का सहारा लिया.
मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने इस घटना को ‘गंभीर और चिंताजनक’ बताया. उन्होंने तत्काल चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के आदेश दिए और मंत्रियों व अधिकारियों से हालात की जानकारी ली. स्टालिन ने स्वास्थ्य मंत्री सुब्रमणियन और मंत्री अंबिल महेश को राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं. सीएम रविवार को करुर जाकर हालात की समीक्षा करेंगे.
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