नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली, सत्ता से हटने के 14 दिनों के बाद मंगलवार को अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं के बीच दिखाई दिए. उन्होंने इस दौरान नेपाल की वर्तमान स्थिति और सिंहदरबार (नेपाल का केंद्रीय प्रशासनिक भवन) में हुई आगजनी की घटना पर अपनी चिंता व्यक्त की.
भक्तपुर में किराए के घर में रह रहे ओली ने सिंहदरबार में आगजनी की घटना को ‘घुसपैठियों की साजिश’ बताया. उन्होंने कहा कि जो लोग अपने देश और इतिहास से प्यार करते हैं, वे कभी भी सिंहदरबार में आग नहीं लगा सकते.
काठमांडू के मेयर बालेन शाह पर निशाना साधते हुए, ओली ने कहा कि कुछ दिन पहले ही किसी ने सिंहदरबार में आग लगाने की धमकी दी थी, इसलिए यह हमला किया गया है.
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बदनाम देश बन गया है नेपाल– ओली
जेन ज़ी (Gen Z) के विरोध प्रदर्शनों पर कटाक्ष करते हुए ओली ने कहा कि नेपाल एक “बदनाम देश” बन गया है. उन्होंने कहा कि कई देशों ने नेपाल के लोगों को वीजा देना और काम देना बंद कर दिया है, जिससे देश की छवि खराब हो रही है. उन्होंने अपने समर्थकों से इस परिस्थिति से देश को बचाने का आग्रह किया.
निजी घर में भी हुई थी आगजनी
आपको बता दें कि केपी ओली, नौ सितंबर को हुए जेन-ज़ी (Gen-Z) विरोध प्रदर्शनों के बाद, सेना के हेलिकॉप्टर से अपना आधिकारिक प्रधानमंत्री आवास छोड़कर चले गए थे. सुरक्षा कारणों से उन्हें कुछ समय के लिए शिवपुरी की सैन्य बैरक में रखा गया था.
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अब वह एक किराए के मकान में रहने लगे हैं, क्योंकि विरोध प्रदर्शनों के दौरान उनके निजी आवास और पैतृक निवास, दोनों में आगजनी की घटना हुई थी. काठमांडू में स्थित उनका निजी घर और झापा में उनके पैतृक निवास को हिंसा के दौरान निशाना बनाया गया था, जिसकी वजह से उन्हें यह कदम उठाना पड़ा.
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