उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के मशहूर सहस्त्रधारा में भारी बारिश के कारण रात में बादल फटने की घटना हुई. जिला प्रशासन का बचाव और राहत अभियान जारी है. इस घटना में कुछ दुकानें बह गईं. जिला प्रशासन ने आस-पास के लोगों को रात में ही सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया था. दो लोग लापता बताए जा रहे हैं, जिनकी तलाश जारी है.
घटना की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी सविन बंसल ने कमान संभाली. उन्होंने रात में ही विभिन्न विभागों के साथ समन्वय कर मौके पर बचाव दल भेजे.
एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और लोक निर्माण विभाग द्वारा जेसीबी और अन्य उपकरणों के साथ बचाव अभियान जारी है. जिला प्रशासन आपदा के मद्देनजर अलर्ट मोड में है.
सीएम धामी ने जताया दुख…
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, “देहरादून के सहस्त्रधारा में देर रात हुई अतिवृष्टि से कुछ दुकानों को नुकसान पहुंचने की दुःखद सूचना प्राप्त हुई है. जिला प्रशासन, एसडीआरएफ, पुलिस मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं. इस सम्बन्ध में निरंतर स्थानीय प्रशासन से संपर्क में हूं और स्वयं स्थिति की निगरानी कर रहा हूं. ईश्वर से सभी के सकुशल होने की प्रार्थना करता हूं.”
डीएम ने किया अवकाश का ऐलान
जिलाधिकारी के निर्देश पर एसडीएम कुमकुम जोशी रात में ही घटनास्थल पर पहुंचीं. जिलाधिकारी ने भारी बारिश को देखते हुए देहरादून में कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है. IT पार्क देहरादून में देर रात से हो रही भारी बारिश से आए पानी से खिलौनों की तरह सड़क पर ही कई गाड़ियां बहती नजर आईं.
तुरंत शुरू हुआ रेस्क्यू
घटना की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें तुरंत मौके पर पहुंच गईं. बचाव दल ने स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया. राहत-बचाव कार्य के लिए जेसीबी सहित भारी उपकरण लगाए गए हैं. लापता दोनों व्यक्तियों की तलाश युद्धस्तर पर जारी है.
देहरादून-हरिद्वार नेशनल हाईवे पर फन वैली और उत्तराखंड डेंटल कॉलेज के पास एक पुल क्षतिग्रस्त हो गया है.
देहरादून में भारी बारिश के कारण तमसा नदी उफान पर है. टपकेश्वर महादेव शिवलिंग परिसर में 1-2 फीट मलबा जमा हो गया है और मंदिर परिसर में काफी नुकसान हुआ है.
लाखों का नुकसान, अनहोनी टली
तेज बहाव से नदी किनारे की कई दुकानें पूरी तरह बह गईं, जिससे लाखों का नुकसान हुआ है. प्रशासन की त्वरित कार्रवाई और समय पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने से बड़ी अनहोनी टल गई.
—- समाप्त —-