दिल्ली-NCR और नोएडा में तेज बारिश से मौसम सुहावना हो गया, लेकिन कई इलाकों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है. दिल्ली के शास्त्री भवन, आरके पुरम, मोती बाग और किदवई नगर जैसे क्षेत्रों में तेज बारिश हुई. मथुरा रोड पर हल्की बारिश के बाद पानी भर गया, वहीं भारत मंडपम के गेट नंबर 7 पर भी सुबह के समय जलभराव हो गया. वहीं नोएडा के कई इलाकों में भी जलभराव की स्थिति पैदा हुई है, और यहां कुछ इलाकों में भारी बारिश के बाद पेड़ भी गिर गए हैं.
दिल्ली का मौसम पूर्वानुमान
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, शनिवार को दिल्ली में “Thunderstorm” के साथ भारी बारिश की संभावना जताई थी. अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है.
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इस बीच, IMD ने हिमाचल प्रदेश में बारिश की गतिविधि जारी रहने की चेतावनी दी है. अगले कुछ दिनों में राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है. मौसम विभाग ने 11 और 12 अगस्त को तीन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट और बाकी जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है.
भारी बारिश का असर
मॉनसून सीजन हिमाचल प्रदेश में अब तक भारी नुकसान लेकर आया है. 20 जून से अब तक मानसून से जुड़ी घटनाओं में कुल 202 लोगों की मौत हुई है. इनमें 108 मौतें बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से हुई हैं, जबकि 94 लोगों की मौत सड़क हादसों में हुई.
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औसत से अधिक बारिश
IMD के मुताबिक, अगस्त में अब तक हिमाचल प्रदेश में सामान्य से 35 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई है. सोलन, कुल्लू, किन्नौर, बिलासपुर और ऊना जिलों में औसत से लगभग दोगुनी बारिश हुई है. 1 जून से 8 अगस्त तक राज्य में मौसमी औसत से 13 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज हुई.
सबसे अधिक बारिश शिमला जिले में दर्ज की गई है, इसके बाद मंडी जिले में औसत से 65 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है. चंबा, ऊना, बिलासपुर और कांगड़ा जिलों में भी औसत से 40 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है. हालांकि, फिलहाल कई क्षेत्रों में बारिश हल्की है, और किसी बड़े बाढ़ अलर्ट की घोषणा नहीं की गई है.
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